सूर्य के द्वारा हमारी पृथ्वी को सौर विकिरण ऊर्जा प्राप्त होती है और यह ऊर्जा छोटी-छोटी तरगों के माध्यम से पृथ्वी तक पहुंचती है जिससे पृथ्वी के तापमान में कमी तथा वृद्धि दोनों ही होते रहते हैं। उसे सूर्यातप (Solar Insolation) कहते हैं। हमारा वायुमंडल पूरे सौर विकरिण ऊर्जा में से कुल 14 प्रतिशत ही ग्रहण कर पाता है। आईये जानते हैं सूर्यातप (Solar Insolation) महत्वपूर्ण जानकारी
सूर्य के द्वारा हमारी पृथ्वी को सौर विकिरण ऊर्जा प्राप्त होती है और यह ऊर्जा छोटी-छोटी तरगों के माध्यम से पृथ्वी तक पहुंचती है जिससे पृथ्वी के तापमान में कमी तथा वृद्धि दोनों ही होते रहते हैं। उसे सूर्यातप (Solar Insolation) कहते हैं। हमारा वायुमंडल पूरे सौर विकरिण ऊर्जा में से कुल 14 प्रतिशत ही ग्रहण कर पाता है। आईये जानते हैं सूर्यातप (Solar Insolation) महत्वपूर्ण जानकारी
सूर्यातप किसे कहते हैं - Solar Insolation in Hindi
हमारे वायुमंडल की जो बाहरी सतह है उस पर सूर्य की ऊर्जा प्रतिमिनट प्रति वर्ग सेमी. 1.94 कैलोरी उष्मा प्राप्त होती है। किसी भी स्थान को सूर्यातप प्राप्त होने की मात्रा तथा उसी स्थान से परावर्तित होने वाली सूर्यातप की मात्रा के बीच में जो अनुपात बनता है उसे एल्बिडो कहते हैं।
वायुमंडल गर्म तथा ठण्डा निम्न विधियों के द्वारा होता है -
- सवंहन (Convention)- किसी भी पदार्थ चाहे वह गैसीय हो या तरल उसके एक भाग से दूसरे भाग की ओर उसके अणुओं द्वारा उष्मा का संचार जब होता है उसे सवंहन कहते हैं। यह संचार केवल गैस और तरल पदार्थों में ही संभव हो सकता है, क्योंकि इनके अणुओं के बीच का संबंध बहुत ही कमजोर होता है।
- संचालन (Conduction)- जब दो विभिन्न ताप वाली वस्तुएं आपस में मिलाई जाती हैं तो उसमें से उच्च ताप वाली वस्तु निम्न ताप वाली वस्तु को उष्मा देती हैं और यह प्रक्रिया जब तक चलती है तब तक यह एक समान ताप की नहीं हो जाती हैं। संचालन प्रक्रिया वायुमंडल को गर्म करने के लिए सबसे कम महत्वपूर्ण है इससे पूरा वायुमंडल गर्म न होकर सिर्फ नीचे की ही परतें गर्म होती हैं।
- विकिरण (Radiation)- किसी भी पदार्थ पर जब उष्मा की सीधे किरणें पड़ती है तो वह उष्मा की ऊर्जा से गर्म हो जाता है जिसे विकिरण कहते हैं। जैसे सूर्य से प्राप्त होने वाली किरणों से सारा वायुमंडल सीधे गर्म हो जाता है।
- अभिवहन (Advection)- अभिवहन प्रक्रिया में ऊष्मा का परिवहन क्षैतिज दिशा में होता है। जब गर्म वायु किसी भी ठण्डे स्थान पर जाती है, तो वह उस स्थान को भी गर्म कर देती है। जो भी दैनिक मौसम में बदलाव होते हैं यह सभी अभिवहन के माध्यम से ही होते हैं।
- ऊष्मा बजट (Heat budget)- सूर्यातप तथा पार्थिव विकिरण के एक समान होने से हमारी पृथ्वी का औसत तापमान एकसमान रहता है जिसे हम ऊष्मा बजट कहते हैं।
महत्वपूर्ण तथ्य -
- लघु तरंगों के रूप में आने वाली सूर्य की किरणें जो 3 लाख किलो मीटर/सेकण्ड या 1 लाख 86 हजार मील से0 की गति से पृथ्वी की सतह पर पहॅुचती है
- पृथ्वी एवं इसका वायुमंडल सौर्यिक ऊर्जा की जितनी मात्रा को प्राप्त करता है उसके बराबर ही अन्तरिक्ष में वापस लौटा देता है, इसे उष्मा बजट या ऊष्मा संतुलन heat budget कहते है
COMMENTS